Avalanche hits Siachen: लद्दाख के सियाचिन ग्लेशियर स्थित बेस कैंप पर भीषण हिमस्खलन की चपेट में आने से सेना के तीन जवान शहीद हो गए। रक्षा सूत्रों के मुताबिक हादसा अचानक हुआ और बचाव दल तुरंत राहत कार्य में जुट गया। सेना ने अन्य जवानों को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, फिलहाल जवानों के शव की तलाश की जा रही है। इलाके में भारी बर्फबारी के चलते हिमस्खलन का खतरा बढ़ गया है।
सियाचिन ग्लेशियर पूरी दुनिया का सबसे ऊंचा युद्ध क्षेत्र है। जहां पर तापमान शून्य से 60 डिग्री सेल्सियस नीचे चला जाता है। जिसकी वजह से वहां रहने वाले सैनिकों को फ्रॉस्टबाइट यानी की ज्यादा ठंड की वजह से शरीर के सुन्न हो जाने की परेशानी हो जाती है। माइनस शून्य से भी कम तापमान में तैनात सैनिकों को कई प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सांस में तकलीफ के साथ ही दिमागी सूनापन की भी दिक्कतें आती हैं। कोल्ड इंज्युरी तो सामान्य है।