लखनऊ: बसपा सुप्रीमो मायावती ने मंगलवार (22 अप्रैल) को अपने सोशल मीडिया अकाउंट से पोस्ट करते हुए कहा कि केंद्र व सभी राज्य सरकारें दलितों पर हो रहे अन्याय-अत्याचार और इनके महान संतों, गुरुओं तथा महापुरुषों के अनादर-अपमान की घटनाओं को गंभीरता से लेकर सख्त कार्रवाई कर इन्हें रोकें, वरना इन वर्गों के लोग उन्हें कभी माफ नहीं करेंगे।
पूर्व सीएम मायावती ने ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कहा, संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती पर इस बार देश के कई राज्यों में उनकी प्रतिमा का अनादर किया गया। इस मौके पर हुए कार्यक्रम या निकाले गए जुलूस पर सामंती तत्वों के हमलों में अनेक लोगों के हताहत होने की घटनाएं अति-शर्मनाक हैं। यह घटनाएं सरकारों के दोहरे चरित्र का प्रमाण हैं।
2. ऐसे दुखद मामलों में खासकर मध्य प्रदेश के मुरैना में अम्बेडकर जुलूस पर हुए हमले में दलित की हुई हत्या व अनेकों के घायल होने की घटना अति-निन्दनीय, जिसमें दोषियों के विरुद्ध अभी तक भी सख्त कार्रवाई नहीं किये जाने से राज्य सरकार इसमें स्पष्ट संलिप्तता को लेकर कठघरे में है।
— Mayawati (@Mayawati) April 22, 2025
अंबेडकर जयंती पर जुलूस के दौरान दलित की हत्या
अपने सिलसिलेवार पोस्ट में मायावती ने कहा कि मध्य प्रदेश के मुरैना में आंबेडकर जयंती पर जुलूस के दौरान दलित की हत्या और कई लोगों के घायल होने की घटना अति-निन्दनीय है। उन्होंने कहा दोषियों के विरुद्ध अभी भी सख्त कार्रवाई नहीं किये जाने से राज्य सरकार संदेह के घेरे में है। उन्होंने कहा कि केंद्र व सभी राज्य सरकारें दलितों पर ऐसे हो रहे अन्याय-अत्याचार, इनके महान संतों, गुरुओं व महापुरुषों के अनादर-अपमान की घटनाओं को सख्त कार्रवाई कर रोकें, वरना इन वर्गों के लोग उन्हें कभी माफ नहीं करेंगे।
4. साथ ही, ऐसी जातिवादी घटनाओं से स्पष्ट है कि केन्द्र व राज्य सरकारें बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर की जयंती आदि पर जो कार्यक्रम आयोजित करती हैं वे सब दलितों के वोट के स्वार्थ की खातिर पूर्णतः छलावा है। दलित समाज ऐसे दोहरे चाल, चरित्र व चेहरे वाली पार्टियों से जरूर सावधान रहें।
— Mayawati (@Mayawati) April 22, 2025
बसपा प्रमुख ने दलितों को आगाह करते हुए कहा कि ऐसी जातिवादी घटनाओं से स्पष्ट है कि केन्द्र व राज्य सरकारें बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती आदि पर जो कार्यक्रम आयोजित करती हैं, वह सब दलितों के वोट की खातिर पूर्णतः छलावा है। उन्होंने कहा कि दलित समाज ऐसे दोहरे चाल, चरित्र व चेहरे वाली पार्टियों से जरूर सावधान रहें।