गोरखपुर: गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने NEET छात्र दीपक गुप्ता के माता-पिता से सोमवार (22 सितंबर) को मुलाकात की। उन्होंने दीपक की मां को 5 लाख रुपये का चेक दिया। पिता के कंधे पर हाथ रखकर हर संभव मदद का भरोसा दिया। सीएम ने अफसरों को निर्देश दिए कि परिवार की हर समस्या का प्राथमिकता के आधार पर समाधान किया जाए। इस दौरान सांसद रवि किशन भी साथ थे।
दरअसल, 15 सितंबर की रात गांव में घुसे पशु तस्करों की ग्रामीणों से भिड़ंत हो गई थी। तस्कर NEET की तैयारी कर रहे छात्र दीपक को अपनी गाड़ी में खींच ले गए थे। उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। इस दौरान भीड़ ने तस्कर अजहर को पकड़ लिया था। उसे पीट-पीटकर अधमरा कर दिया था। उसे छुड़ाने में एसपी और दरोगा घायल हो गए थे। तीन दिन पहले अजहर की इलाज के दौरान मौत हो गई थी।
मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी महाराज ने आज @GorakhnathMndr में जनपद गोरखपुर निवासी दिवंगत दीपक गुप्ता के परिजनों से भेंट कर अपनी शोक संवेदनाएं व्यक्त की हैं।
महाराज जी द्वारा शोक-संतप्त परिजनों को ₹05 लाख की आर्थिक सहायता का चेक भी प्रदान किया गया है। शोक की इस घड़ी में… pic.twitter.com/KvfLffSLC5
— Yogi Adityanath Office (@myogioffice) September 22, 2025
गांव की सड़क दीपक के नाम पर करने की मांग
दीपक के पिता दुर्गेश गुप्ता ने बताया कि सुबह 9 बजे घर से पत्नी सीमा देवी, छोटा बेटा प्रिंस गुप्ता, मेरे दोनों भाई सुरेंद्र और वीरेंद्र सीएम से मिलने गोरखनाथ मंदिर गए। वहां सीएम से 10 बजे मुलाकात हुई। 10 मिनट तक सीएम ने बातचीत की। मैंने सीएम से मांग की है कि बेटे दीपक को शहीद का दर्जा दिया जाए। तब सीएम ने कहा कि इस तरह शहीद का दर्जा नहीं मिलता है। मैंने गांव की किसी सड़क को दीपक के नाम पर किए जाने की मांग की। इस पर सीएम ने आश्वासन दिया।
दुर्गेश गुप्ता ने कहा कि जो भी दोषी हो, उस पर सख्त कार्रवाई हो। उसके घर बुलडोजर चलाएं। इस पर सीएम योगी ने जिले के सभी अधिकारियों को बुलाया। दुर्गेश के सामने ही सख्त कार्रवाई का निर्देश देते हुए संपत्ति जब्त करने के लिए भी कहा।