उत्तर प्रदेश, राजनीति

अब नए कलेवर में दिखेगा चारबाग स्टेशन, 500 करोड़ की परियोजना से होगा कायाकल्प

अब नए कलेवर में दिखेगा चारबाग स्टेशन, 500 करोड़ की परियोजना से होगा कायाकल्प

लखनऊ: राजधानी के चारबाग रेलवे स्टेशन के ट्रैफिक प्रबंधन और यात्री सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए रेलवे ने एक बड़ा मास्टर प्लान तैयार किया है। इस योजना के तहत यात्रियों को न सिर्फ जाम से राहत मिलेगी, बल्कि मेट्रो कनेक्टिविटी भी बेहद आसान होने जा रही है। चारबाग स्टेशन पर मुख्य रूप से एक ही सड़क से यात्री प्रवेश करते हैं, जिससे अकसर ट्रैफिक जाम की स्थिति बन जाती है।

अब इस समस्या से निपटने के लिए स्टेशन पर दो अतिरिक्त लेन विकसित की जा रही हैं। इनमें एक नई डबल लेन ऑफिसर्स रेस्ट हाउस के पास बनाई जा रही है, जो स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया से सीधे जुड़ेगी। इससे यात्रियों को एक वैकल्पिक और सहज प्रवेश मार्ग मिलेगा।

स्काई वॉक से मेट्रो कनेक्टिविटी

यात्रियों की सहूलियत के लिए चारबाग रेलवे स्टेशन से मेट्रो स्टेशन तक स्काई वॉक बनाया जाएगा। यह स्काई वॉक ऑफिसर्स रेस्ट हाउस के पास से शुरू होकर सीधे दुर्गापुरी मेट्रो स्टेशन से जुड़ेगा। अभी तक मेट्रो स्टेशन केवल लिफ्ट और एस्केलेटर के जरिए लखनऊ जंक्शन से जुड़ा है, लेकिन यह नया स्काई वॉक एक लंबी दूरी को बहुत आसान बना देगा।

इस नए मार्ग के निर्माण के लिए रेलवे कॉलोनी, गार्ड लॉबी और नरमू (नॉर्दर्न रेलवे मेंस यूनियन) के भवन हटाए जाएंगे। रेलवे प्रशासन इन भवनों को हटाने की तैयारी कर चुका है। यूनियन को वैकल्पिक जगह पर स्थान देने पर भी विचार चल रहा है। इन बदलावों का उद्देश्य स्टेशन के आसपास के एरिया को अधिक खुला और व्यवस्थित बनाना है।

हरियाली और सौंदर्यीकरण की भी योजना

परियोजना का एक अहम हिस्सा स्टेशन क्षेत्र में हरियाली और सुंदरीकरण को बढ़ाना भी है। इसके तहत रिक्शा गली और ऑटो गली को बंद करने की योजना बनाई गई है। इन क्षेत्रों में पेड़-पौधे लगाकर गांधी उद्यान और आसपास का परिदृश्य बदला जाएगा। स्टेशन की पार्किंग में मौजूद पुराने पेड़ों को बचाने और नए पौधारोपण की भी योजना है, जिससे पर्यावरण संतुलन बना रहे।

चारबाग स्टेशन के सेकेंड एंट्री एरिया में पहले से ही नई बिल्डिंग और कॉनकोर्स हॉल का निर्माण चल रहा है। इसका उद्देश्य यात्रियों को अधिक खुले और व्यवस्थित वेटिंग स्पेस देना है। रेलवे लैंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (RLDA) इस पूरी परियोजना को करीब 500 करोड़ रुपये की लागत से विकसित कर रहा है।

यात्री सुविधाओं में होगा बड़ा सुधार

उत्तर रेलवे के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक कुलदीप तिवारी के मुताबिक, चारबाग स्टेशन को भविष्य की जरूरतों के हिसाब से बदला जा रहा है। नए स्काई वॉक और एंट्री पॉइंट से यात्री भीड़ का दबाव बंटेगा और मेट्रो तक पहुंचना बहुत आसान होगा। यूनियन ऑफिस के पुनर्स्थापना को लेकर भी सकारात्मक बातचीत चल रही है।

यह पूरा बदलाव सिर्फ स्टेशन नहीं, बल्कि लखनऊ शहर के ट्रैफिक और यात्रियों की यात्रा शैली को भी प्रभावित करेगा। चारबाग को अब एक स्मार्ट ट्रांजिट हब के रूप में विकसित किया जा रहा है, जहां रेलवे, मेट्रो और अन्य लोकल परिवहन को जोड़ने की योजना है।

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