लखनऊ: गंगा दशहरा पर गुरुवार सुबह से प्रयागराज, वाराणसी और अयोध्या सहित प्रदेश में कई जगह घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी है। स्नान, पूजा और दान का सिलसिला चल रहा है। प्रयागराज में संगम पर हजारों श्रद्धालुओं ने स्नान के बाद सूर्य को अर्घ दिया। काशी में भी गंगा घाटों पर लाखों श्रद्धालु पहुंचे हैं। अस्सी घाट पर मां गंगा को 1100 मीटर की चुनरी चढ़ाई गई। देर रात से ही श्रद्धालु गंगा तट पर पहुंचने लगे थे।
आज सुबह से ही लोग मां गंगा में डुबकी लगाकर दान पुण्य कर आस्था में सराबोर नजर आ रहे हैं। आज शाम काशी में विशेष गंगा आरती होगी। घाटों पर दीप सजाए जाएंगे। दशमी तिथि 4 जून की रात 11:55 बजे से लगकर 6 जून की रात 2:14 बजे तक है। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार गंगा दशहरा आज 5 जून को मनाया जा रहा है।
बागपत और बदायूं में नहाते समय डूबने से तीन युवकों की मौत
बागपत के सिनौली घाट पर गंगा स्नान कर रहे बीएससी के दो छात्रों की डूबने से मौत हो गई। हादसे के बाद मौके पर जुटे ग्रामीणों ने दोनों के शव बाहर निकाले। सूचना मिलते ही प्रशासनिक टीम भी घाट पर पहुंची। वहीं, बदायूं में भी रामगंगा नदी में नहाते समय एक युवक की डूबने से मौत हो गई।
अमरोहा में गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं का सैलाब
अमरोहा के गजरौला स्थित ब्रजघाट गंगा धाम और तिगरी गंगा धाम में श्रद्धालुओं की भीड़ है। दो लाख से अधिक श्रद्धालु अब तक आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद है।
बुलंदशहर में देर तक स्नान कर रहे लोग
छोटी काशी कहे जाने वाले बुलंदशहर के अनूपशहर समेत आहार, भगवानपुर, कर्णवास, राजघाट, नरौरा और रामघाट जैसे प्रमुख गंगा घाटों पर सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। भीषण गर्मी से राहत पाने और पुण्य अर्जित करने के लिए श्रद्धालु देर तक गंगा स्नान कर रहे। प्रशासन ने घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं, जिससे सभी जगह स्नान शांतिपूर्वक संपन्न हुआ।
वाराणसी में नमामि गंगे ने दूध से गंगा का अभिषेक किया
वाराणसी में नमामि गंगे अभियान और अन्नपूर्णा सामाजिक सेवा समिति की ओर से दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती, दुग्धाभिषेक किया गया। घाटों की सफाई कर गंगा संरक्षण और जनभागीदारी का संदेश दिया गया।
हापुड़ में दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा से भी श्रद्धालु पहुंचे
हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर स्थित ब्रजघाट पर श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान कर पुण्य अर्जित किया। पुलिस के जवान नाव पर बैठक सुरक्षा के निर्देश देते रहे। यहां दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कई जिलों से लाखों श्रद्धालु पहुंचे। सुबह से ही घाटों पर स्नान का क्रम शुरू हो गया। श्रद्धालुओं ने विधिवत पूजा-अर्चना की। महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग सभी ने इस पावन अवसर में हिस्सा लिया। भीषण गर्मी के बावजूद श्रद्धालुओं का उत्साह बना रहा।
उन्नाव में गंगा किनारे उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब
उन्नाव में गंगा दशहरा पर गंगा घाटों पर भारी भीड़ उमड़ी। बक्सर, शुक्लागंज, गंगाघाट और बालूघाट समेत अन्य घाटों पर 50 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। एसपी दीपक भूकर ने खुद निगरानी की। घाटों पर पुलिस, गोताखोर, सिविल डिफेंस और स्वयंसेवकों की तैनाती है। ड्रोन से निगरानी की जा रही।
प्रयागराज में गंगा में घूमकर फूल और दीपक बेच रहे लोग
प्रयागराज में संगम नोज, वीआईपी घाट, बलुआघाट, दश्वाश्मेध घाट पर करीब 1 लाख श्रद्धालु स्नान के लिए पहुंचे। सुरक्षा में जल पुलिस और NDRF के जवान भी लगे हुए हैं। उधर, गंगा स्नान के बाद गंगा जी को अर्पित करने के लिए फूल और दीपक बेचने वाले पानी के अंदर घूम रहे हैं।
क्यों मनाया जाता है गंगा दशहरा?
गुरुवार (5 जून) को गंगा दशहरा है। वराह पुराण के अनुसार, ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि पर हस्त नक्षत्र में स्वर्ग से गंगा नदी पृथ्वी पर अवतरित हुई थी। इसलिए इस तिथि को गंगा दशहरा कहते हैं। गंगा सभी पापों का नाश करने वाली नदी मानी गई है। पौराणिक मान्यता है कि राजा भागीरथ अपनी तपस्या के बल पर देवनदी गंगा को स्वर्ग से धरती पर ले आए थे।